Monday 8 April 2013

नरेन्द्र मोदी है


एक एक शत्रु राष्ट्र का अतीव भीरु बन्धु
है बना हुआ सुनो कि बुद्धि आज खो दी है
आर्य वीर जो उठा पराक्रमी महान देख
द्रोह में निमग्न जो प्रत्येक आँख रो दी है
राष्ट्रवाद का प्रसार हो गया दिशा दिशा व
अग्नि आसुरी बुझी कि राख भी भिगो दी है
मानवीयता विकास का व्रती चला सुपन्थ
व्याघ्र के समान आ रहा नरेन्द्र मोदी है
रचनाकार
डॉ आशुतोष वाजपेयी
ज्योतिषाचार्य
लखनऊ

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