देखिये श्रृंगार में अलंकार का चमत्कार
मन मीत मिला मनमोहक मादक मस्त महा मनभावन है
उजला उपवस्त्र उपासक सा उसका उपमान उषार्चन है
नख नैन निखार निहार कि नूपुर का नभ में नवनर्तन है
अब अम्बर अम्बुद आप्त अलौकिक आज अलंकृत आँगन है
रचनाकार
डॉ आशुतोष वाजपेयी
ज्योतिषाचार्य
लखनऊ
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